चार माह की माही का वजन कर कलेक्टर ने शुरू किया वजन त्यौहार ।
कवर्धा, 07 जुलाई 2021। कबीरधाम जिले में 05 वर्ष से कम आयु के बच्चों में पोषण के आकलन करने और समुदाय की सहभागिता सुनिश्चित करते हुए आज 7 जुलाई से वजन त्यौहार शुरू हो गया है। वजन त्यौहार आगमी 16 जुलाई तक चलेगा। कबीरधाम जिले में कलेक्टर श्री रमेश कुमार शर्मा ने आज कवर्धा के समीप समनापुर में संचालित आंगनबाड़़ी केन्द्र पहुंच कर वजन त्यौहार का शुभांरभ किया।
कलेक्टर श्री शर्मा ने चार माह की बच्ची माही को गोद में उठा लिया और इलेक्ट्रानिक नॉप मशीन में उनका वजन किया। चार माह की माही बच्ची का औसत वजन 6 किलो 630 ग्राम निकला है। बच्ची का वजन औसत से बहुत अच्छा है। चर्चा के दौरान माही की मां सरिता ने बताया कि गर्भ अवस्था से लेकर अब तक महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा विशेष ध्यान दिया गया है। सरकार की सभी योजनाओं को लाभ उन्हे आसानी से मिल पा रहा है। उन्होने बताया कि आज वजन त्यौहार में शामिल हुई बेटी का वजन बहुत अच्छा निकाला, मुझे बहुत अच्छा लगा। कलेक्टर की उपस्थित में समनापुर के लगभग 20 बच्चों का वजन किया गया। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री आनंद तिवारी, महिला एंव बाल विकास के जिला अधिकारी श्री सूर्यकांत गुप्ता, परिजयोना अधिकारी श्रीमती विवेका हैरिश, प्रवेक्षक श्रीमती स्मिता सिंह, और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका तथा ग्राम संरपच विशेष रूप से उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री शर्मा ने कबीरधाम जिले में वजन त्यौहार को बहुत अच्छे से क्रियान्वयन करने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया। महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री आनंद तिवारी ने बताया कि कोविड-19 के सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए वजन त्यौहार का आयोजन किया जा रहा है। कबीरधाम जिले के अंतर्गत नौ परियोजना है, जिसमें कवर्धा, दशरंगपुर, सहसपुर लोहारा, पंडरिया, कुण्डा, बोडला, तरेगांव और चिल्फी शामिल है। जिले में वर्तमान में 1684 आंगनबाड़ी केन्द्र संचालित है। इन आंगनबाड़ी केन्द्रो में लगभग 84 हजार बच्चें है, जिनका वजन त्यौहार में वजन किया जाएगा। उनहोने बताया कि कलेक्टर के मार्गदर्शन में जिले में भौतिक संरचना के आधार पर पांच से 7 और कही ही कही पर 10 आंगनबाड़ी केन्द्रों का एक कलस्टर तैयार किया गया है। सभी में आवश्यक तैयारियां कर ली गई है। उन्होंने बताया कि कुपोषण की स्थिति के आंकलन के लिए नियमित रूप से आंगनबाड़ी केन्द्रों में प्रतिमाह 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों का वजन कर वृद्वि निगरानी पंजी में अंकन कर पोषण स्तर ज्ञात किया जाता है। पोषण स्तर ज्ञात करने की प्रक्रिया तकनीकी प्रवृत्ति की है, जिसमें त्रुटि रहित जानकारी के लिए बच्चों की जन्म तिथि, सही वजन लिया जाना, ग्रोथ चार्ट में उचित तरीके से प्लॉट किया जाना अत्यंत आवश्यक है। वर्तमान में मासिक प्रगति प्रतिवेदनों से प्राप्त हो रहे ऑकड़ों के अनुसार कुल सर्वेक्षित बच्चों में से लगभग 70 से 80 प्रतिशत बच्चों का प्रतिमाह वजन लिया जाकर पोषण स्तर ज्ञात किया जा रहा है। अतः मासिक प्रगति प्रतिवेदन अनुसार पोषण स्तर के आंकड़ें सैम्पलिंग से प्राप्त आंकड़ों से भिन्न रहते हैं। उक्त बातों का ध्यान रखते हुए वर्ष 2012 से प्रदेश के समस्त 05 वर्ष से कम आयु के बच्चों के पोषण स्तर के आंकलन हेतु अर्थात् सर्वे हेतु वजन त्यौहार आयोजित किया जा रहा है, जिसके अंतर्गत एक निर्धारित तिथि में बच्चों का वजन लिया जाकर ऑनलाईन सॉफ्टवेयर में डाटा एन्ट्री कर पोषण स्तर ज्ञात किया जाता है।